जनवरी 2025 से, GSTR-1/1A में HSN कोड रिपोर्टिंग का चरण- III लागू किया जाएगा।
1. एचएसएन कोड की मैनुअल प्रविष्टि की अनुमति नहीं दी जाएगी, करदाताओं को ड्रॉपडाउन से कोड का चयन करना आवश्यक है।
2. रिपोर्ट को B2B और B2C आपूर्ति के लिए दो टैब में विभाजित किया जाएगा, प्रत्येक आपूर्ति मूल्यों और कर राशियों के लिए सत्यापन के अपने स्वयं के सेट के साथ होना जरुरी होगा ।
तालिका-12 के दोनों टैब के लिए आपूर्ति के मूल्यों और उसमें शामिल कर राशि के बारे में सत्यापन भी शुरू किया गया है।
हालांकि प्रारंभिक अवधि में ये सत्यापन शुरू में चेतावनी के तौर पर होंगे जिसका अर्थ है कि विसंगतियां होने पर भी GSTR-1 फाइलिंग को अआप कर पाएंगे किन्तु आने वाले समय में जबकि ये कंपल्सरी हो जायेंगे तो आप कोई भी विसंगति होने पर GSTR-1& 1A फाइल नहीं कर पाएंगे।