एक बड़ी पुरानी कहावत है कि "पैसा पैसे को खींचता है " लेकिन ये तभी सच हो सकता है जब आप पैसे का सही उपयोग करना जानते होंगे अन्यथा कुछ ऐसा ही होगा जैसा इस लडके के साथ हुआ :-
एक ग्रामीण लड़के ने इस मुहावरे को सुना -पैसा पैसे को खींचता है,वह शहर कमाने के लिए आया और एक सेठ के खुले लॉकर को बहुत सिक्कों के साथ भरा हुआ देखा,उसने लॉकर में अपना सिक्का फेंका और बाहर खड़ा हो गया। सेठ उसे देख रहा था,कुछ मिनटों के बाद लड़का हैरान था।
सेठ ने उससे पूछा कि क्या हुआ ?
लड़के ने कहा कि वह अपने सिक्के के लिए इंतज़ार कर रहा है जो कुछ और सिक्के लाएगा क्योंकि पैसा पैसे को खींचता है
सेठ हंसा और बोलै कि "मेरे सिक्के अधिक थे इसलिए वे तुम्हारे एक अकेले सिक्के को घसीट ले गये"
कहने का मतलब ये है कि पैसे को सही से इस्तेमाल करना सीखें अर्थात उसे सही जगह पर रखना सीखें. सही जगह रखने का अभिप्राय ये है कि उसे उन जगहों पर निवेश करें जहाँ से आपको बेहतर आय (Return ) मिले।
पहले तो पैसा कामना आसान नहीं है और फिर पैसे से पैसा बनाना और भी कठिन है लेकिन ये इतना मुश्किल भी नहीं यदि आप चक्रवृद्धि ब्याज की ताकत को जानते है तो ये काम आपके लिए ये आसान हो जाता है।
हमने अपनी पिछली पोस्ट में कहा था की यदि आप लंबे समय तक और कम उम्र से ही सही जगह पर थोड़ी थोड़ी बचत करें, तो कुछ सालों में आपका करोड़पति होने का सपना पूरा हो सकता है, आईये जानते है कि चक्रवृद्धि ब्याज है क्या और ये कैसे काम करता है ?
१- चक्रवृद्धि ब्याज क्या है:-
चक्रवृद्धि ब्याज का अर्थ है ब्याज पर ब्याज मिलना, हर बार जब आप अपने मूलधन पर ब्याज अर्जित करते हैं, तो इसे मूल राशि में जोड़ दिया जाता है, जो अगले अवधि चक्र के लिए मूलधन बन जाता है। इस प्रकार अगले अवधि चक्र में आपको अपनी मूल धनराशि और अर्जित ब्याज दोनों पर ब्याज मिलता है और ये क्रम तब तक चलता रहता है जब तक आप इस पैसे को निकलते नहीं हैं।
२- ये कैसे काम करता है :- मान लीजिये कि आप 1 लाख रुपये निवेश करते हैं और उस पर 10 फीसदी सालाना के हिसाब से ब्याज मिलता है तो ये एक साल बाद 110000 रुपये होगा. अगले साल इसी 110000 रुपये पर 10 फीसदी ब्याज मिलेगा. और परिपक्वता अवधि तक इसी तरह आपको ब्याज पर ब्याज मिलता रहेगा। ब्याज के एक प्रतिशत के अंतर से और उसकी ब्याज आवृत्ति अवधि से आपको क्या लाभ या नुकसान हो सकता है उसे नीचे दी गयी सारिणी से समझ सकते हैं:-
3- आप चक्रवृद्धि लाभों के साथ अपनी बचत में सुधार कैसे कर सकते हैं :-
सबसे पहली बात बचत करना जल्दी से जल्दी शुरू करें, बचत का निवेश ऐसे विकल्पों में करें जहाँ ब्याज की आवृत्ति अवधि कम से कम हो,उदाहरण के लिए भारत में ब्याज मासिक,त्रैमासिक,अर्ध मासिक या वार्षिक आधार पर दिया जाता है यदि आप ऐसे विकल्प का चयन करते हैं जहाँ ब्याज मासिक आधार पर आपके खाते में जमा किया जाता है तो निश्चित ही आपको अधिक लाभ होगा। और ऐसे विकल्पों को चुने जहाँ स्थिर ब्याज दर सुनिश्चित हो।
महान निवेशक वारेन बुफेट (Warren Buffett) ने अपनी पहली निवेश ११ वर्ष के उम्र में की थी और उनके मुताबिक उन्होंने काफी देर कर दी थी निवेश करने में । कहने का अभिप्राय ये है जितनी लम्बी अवधी उतना ही बेहतर लाभ होता है चक्रवृद्धि ब्याज से। चक्रवृद्धि का ये मूलमंत्र या कहें कि जादू बहुत ही बेहतर काम करता है आपको करोड़पति बनाने में।
वित्तीय सलाहकार की मदद लेने या किसी विशेषज्ञ की राय लेने में ना शर्मायें और ना ही झिझकें।
Today is the opportunity to build the tomorrow you want.
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